आज, 09 नवंबर, रविवार को मार्गशीर्ष महीने की कृष्ण पक्ष पंचमी तिथि है। इस तिथि पर नागों के देवता का शासन माना जाता है। धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से यह दिन विशेष महत्व रखता है, इसलिए इस दिन तीर्थयात्रा करने और आध्यात्मिक प्रगति के कार्य करने को शुभ माना जाता है। चन्द्रमा वृषभ से मिथुन में स्थानांतरित होगा, जिससे मन में नवीन उत्साह के साथ सतर्कता भी बनी रहेगी।
9 नवंबर को पंचांग के अनुसार यह दिन पञ्चमी तिथि है, जो कि मार्गशीर्ष मास के कृष्ण‑पक्ष में आती है। इस दिन विशेष रूप से यह माना गया है कि नागों के देवता का शासन होता है।
नागों के देवता का दिन
खरीदारी सें बचें
आज चंद्रमा मिथुन राशि के आर्द्रा नक्षत्र में रहेगा, जो 6:40 से 20:00 डिग्री तक फैला है। इस नक्षत्र के अधिष्ठाता देवता रुद्र और स्वामी ग्रह राहु हैं। आर्द्रा नक्षत्र को दुश्मनों से लड़ने, विष संबंधी कार्य करने, आत्माओं का आह्वान करने, किसी कार्य से खुद को अलग करने और खंडहर गिराने के लिए शुभ माना जाता है। साथ ही बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए भी यह समय अनुकूल है। हालांकि, इस नक्षत्र में यात्रा और खरीदारी से बचने की सलाह दी जाती है। इस दौरान किसी भी शुभ कार्य से बचना चाहिए। यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और अन्य वर्जित समय में भी महत्वपूर्ण कार्य न करना हितकारी रहेगा।
वर्जित समय
आज का वर्जित समय 16:33 से 17:57 बजे तक राहुकाल रहेगा, इसलिए इस दौरान कोई भी शुभ कार्य करना उचित नहीं होगा। इसके अलावा यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् समय से भी परहेज करना चाहिए। चन्द्रमा वृषभ से मिथुन में स्थानांतरित होगा, जिससे मन में नवीन उत्साह के साथ सतर्कता भी बनी रहेगी। गुरु एवं शनि की स्थिति भी यात्रा‑संबंधी निर्णयों में स्थिरता एवं विवेक का संकेत देती है।
डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. MPNews इनकी पुष्टि नहीं करता है।
