MP में सड़क हादसों के ताज़ा राष्ट्रीय आंकड़ों ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है। कांग्रेस ने सड़क सुरक्षा पर भाजपा सरकार को सीधे कटघरे में खड़ा किया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डॉ. विक्रम चौधरी ने कहा कि देशभर में 2023 में सड़क दुर्घटनाओं में 1.68 लाख लोगों की मौत हुई और इनमें 84% मौतें युवा वर्ग की हैं। यह आंकड़ा सिर्फ एक रिपोर्ट नहीं, बल्कि इस बात का सबूत है कि देश का भविष्य सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार और सरकारी ढिलाई का शिकार हो रहा है।
डॉ. चौधरी ने आरोप लगाया कि प्रदेश में सड़कें कागज़ों में चौड़ी और जमीन पर टूटी हैं। उनका कहना है कि ठेकेदारों और विभागीय अफसरों की मिलीभगत से सड़क निर्माण का स्तर इतना गिर गया है कि सड़कें कुछ ही महीनों में गड्ढों में बदल जाती हैं। कई जगह खतरनाक मोड़, गलत ढलान, ब्लाइंड टर्न और खराब इंजीनियरिंग युवाओं की जान ले रही हैं। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण में हो रहा भ्रष्टाचार अब सिर्फ सरकारी माल हड़पने का खेल नहीं, बल्कि लोगों की जान से सीधा खिलवाड़ बन चुका है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब सड़कें ही सुरक्षित नहीं होंगी, तो युवा कैसे सुरक्षित रहेंगे? भ्रष्टाचार की वजह से बनी ये मौत की सड़कें रोज़ परिवारों को उजाड़ रही हैं।
कांग्रेस की मांगें
- सड़क निर्माण में सिर्फ उच्च गुणवत्ता की सामग्री का इस्तेमाल हो।
- भ्रष्टाचार में पकड़े गए ठेकेदार और अधिकारियों पर सार्वजनिक मुकदमा चले।
- हर जिले में सड़क निर्माण की स्वतंत्र ऑडिट टीम बनाई जाए।
- अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से सड़क इंजीनियरिंग लागू की जाए।
- हादसे वाले ब्लैक स्पॉट की विशेषज्ञों द्वारा समीक्षा कर तत्काल सुधार हो।
- आम लोगों को सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों की जानकारी देने के लिए बड़ा अभियान चलाया जाए।
कांग्रेस का ऐलान
डॉ. चौधरी ने युवाओं और जनता से भी अपील की कि अब खामोशी छोड़कर अपनी आवाज उठाएं। उन्होंने कहा कि जब तक जनता दबाव नहीं बनाएगी, भाजपा सरकार की लापरवाही और भ्रष्ट निर्माण नीति के कारण युवाओं की जान जाती रहेगी। कांग्रेस ने ऐलान किया कि सड़क सुरक्षा और पारदर्शिता को लेकर प्रदेश में बड़ा जनआंदोलन शुरू किया जाएगा, ताकि सरकार को जवाबदेह बनाया जा सके और प्रदेश के भविष्य युवा की जिंदगी सुरक्षित रहे।
