अशोकनगर | कांग्रेस के प्रदर्शन के चलते अशोकनगर की कृषि उपज मंडी सोमवार से दो दिन के लिए बंद कर दी गई। इसकी जानकारी जब किसानों को मंडी के गेट पर पहुंचने के बाद लगी, तो नाराज किसानों ने सड़क पर ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ी कर चक्काजाम कर दिया। किसानों का आरोप है कि मंडी प्रशासन ने न तो कोई सूचना दी, न ही समय रहते बायर्स और किसानों को भरोसे में लिया। किसान जब सुबह मंडी में उपज लेकर पहुंचे, तो गेट बंद मिला। अंदर कोई व्यापारी या कर्मचारी नहीं था।
तीन दिन तक अटकी रहेगी फसल
किसानों ने कहा कि अब दो दिन मंडी बंद है और उसके बाद नगर में जैन मुनि के आगमन के चलते व्यापारी नहीं आएंगे। ऐसे में उन्हें कम से कम तीन दिन अपनी उपज ट्रैक्टर-ट्रॉली में ही रखनी पड़ेगी। इस दौरान खराब मौसम या बारिश होने पर अनाज भीगने और नुकसान की आशंका है।
प्रशासन ने संभाला मोर्चा
मंडी बंद मिलने से गुस्साए किसानों ने ट्रैक्टरों से चक्काजाम कर दिया। जानकारी मिलते ही मंडी प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने किसानों से बातचीत कर उन्हें मंडी बंदी की वजह बताई और संयम रखने की अपील की। बाद में किसान चक्काजाम हटाकर वापस लौट गए।
कांग्रेस का प्रदर्शन
दरअसल, यह बंद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के समर्थन में घोषित किया गया है। जीतू पटवारी पर बीते दिनों एक मामले में एफआईआर दर्ज हुई थी, जिसे कांग्रेस ने “राजनीतिक बदले की कार्रवाई” की है। इसी के विरोध में 8 जुलाई को कांग्रेस द्वारा न्याय सत्याग्रह का आयोजन किया जा रहा है। जिला कांग्रेस ने इसके समर्थन में अशोकनगर की पुरानी कृषि उपज मंडी को दो दिन के लिए बंद रखने का निर्णय लिया।
न्याय सत्याग्रह ✊
🗓 8 जुलाई 2025
🕛 दोपहर 12 बजे
📍 अशोकनगरआइए, अन्याय के विरुद्ध आवाज़ उठाएं।
सत्य और न्याय की लड़ाई में भागीदार बनें। pic.twitter.com/so6QZpLtlP— MP Congress (@INCMP) July 6, 2025
किसान बोले- समर्थन अलग बात, सूचना देना जरूरी था
मंडी पहुंचे किसानों ने कहा कि वे किसी भी दल के विरोध या समर्थन में नहीं हैं, लेकिन फसल लेकर आए किसानों को समय रहते सूचना दी जाती तो वे घर से ही नहीं आते। बिना तैयारी के इस तरह मंडी बंद करना किसानों के साथ अन्याय है। अब देखना होगा कि 8 जुलाई को कांग्रेस का यह “न्याय सत्याग्रह” किसानों को न्याय दिलाएगा या परेशानी बढ़ाएगा।