भोपाल | मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल एक बार फिर सामाजिक न्याय की आवाज़ का मंच बनने जा रही है। आगामी 6 अगस्त को कांग्रेस पार्टी का अनुसूचित जाति विभाग एक महत्वपूर्ण सामाजिक न्याय सम्मेलन का आयोजन करने जा रहा है। यह सम्मेलन सुबह 11 बजे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय (PCC) में शुरू होगा, जहां अनुसूचित जातियों के अधिकार, आरक्षण नीति और सामाजिक समानता के मुद्दों पर गंभीर चर्चा की जाएगी।
मुख्य अतिथि
इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि होंगे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के अनुसूचित जाति विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र पाल गौतम, जिनकी पहचान देशभर में सामाजिक अधिकारों की पुरज़ोर पैरवी करने वाले नेता के रूप में होती है। सम्मेलन की अध्यक्षता मध्यप्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार करेंगे।
सम्मेलन में कांग्रेस के दिग्गज नेता जैसे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी के साथ बड़ी संख्या में विधायक, पूर्व सांसद, सामाजिक कार्यकर्ता, युवा नेता और अधिवक्ता भी हिस्सा लेंगे।
प्रदीप अहिरवार ने दी जानकारी
प्रदीप अहिरवार ने जानकारी देते हुए बताया कि यह सम्मेलन केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं बल्कि सामाजिक न्याय की दिशा में सक्रिय भूमिका तय करने का प्रयास है।
युवा ,मिलनसार व लोकप्रिय माननीय @JVSinghINC जी (विधायक राघौगढ़ )को 6 अगस्त 2025 ,दिन बुधवार ,समय :- 11:30 को स्थान :- इंदिरा सभागार, पीसीसी कार्यालय में आयोजित “ सामाजिक न्याय सम्मलेन ” के लिए सादर आमंत्रित किया |#सामाजिक_न्याय_सम्मेलन #चलो_भोपाल #अनुसूचित_जाति_विभाग pic.twitter.com/Gy3p35grQ6
— Pradeep Ahirwar (@_PradeepAhirwar) August 2, 2025
इन विषयों पर चर्चा
- जाति आधारित जनगणना की अनिवार्यता
- निजी क्षेत्र में अनुसूचित जातियों को आरक्षण की मांग
- SC/ST छात्रों को निजी शिक्षण संस्थानों में मुफ्त शिक्षा
- उच्च न्यायालयों में आरक्षण की आवश्यकता
- आउटसोर्सिंग भर्ती प्रणाली पर प्रतिबंध
- मध्यप्रदेश में OBC वर्ग को 27% आरक्षण बहाली की मांग
- दलित-आदिवासी उत्पीड़न पर सरकार की चुप्पी
- महिला उत्पीड़न मामलों में न्याय और फास्ट ट्रैक कार्रवाई की मांग
प्रदीप अहिरवार ने यह भी स्पष्ट किया कि यह सम्मेलन आगामी विधानसभा चुनाव 2028 की दृष्टि से भी रणनीतिक है, जिससे अनुसूचित जाति विभाग की सक्रिय भूमिका तय की जाएगी। मीडिया और सामाजिक संगठनों से आग्रह किया गया है कि वे इस सम्मेलन में आने की अपील की है। साथ ही, जनहित के इन मुद्दों को आम जनता तक पहुंचाने में अपना सहयोग देने की बात कही है।
