भोपाल | राजधानी भोपाल में ड्रग्स माफिया के खिलाफ कार्रवाई के दौरान चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। विधानसभा परिसर के पास 100 ग्राम ड्रग्स के साथ पकड़े गए आरोपी यासीन की भाजपा नेताओं से नजदीकी तस्वीरें सामने आने के बाद सियासी बवाल मच गया है। कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने इसे राज्य सरकार की नैतिक और प्रशासनिक विफलता करार देते हुए कहा कि आरोपी की सत्ता से करीबी साफ दर्शाती है कि नशे का कारोबार भाजपा के संरक्षण में फल-फूल रहा था।
पटवारी ने कहा कि यह सिर्फ एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि भाजपा सरकार की अपराधियों से मिलीभगत का सबूत है। उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव से पूछा कि क्या आरोपी यासीन का संबंध उनके किसी मंत्री से है? क्या भाजपा के नेताओं की शह पर प्रदेश में ड्रग्स माफिया बेखौफ कारोबार चला रहे हैं?
रखी 3 मांगें
कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से तीन बड़ी मांगें रखी हैं। पहली, वे तत्काल सामने आकर इस मामले पर सफाई दें और आरोपी से जुड़े नेताओं को बर्खास्त करें। दूसरी, इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई या हाईकोर्ट की निगरानी में कराई जाए। तीसरी, पूरे प्रदेश में ड्रग्स के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया जाए, जिसमें किसी भी रसूखदार को न बख्शा जाए।
विधानसभा पास से यासीन को 100 ग्राम ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया! आशंका है ये बड़े ड्रग्स नेटवर्क से जुड़ा है!
मुख्यमंत्री जी,
यासीन के कुछ फोटो आपके ध्यानार्थ पोस्ट कर रहा हूं. यदि प्रदेश की जनता को जवाब देंगे, तो सत्ता के समृद्ध संबंधों का सम्मान बढ़ेगा!@DrMohanYadav51 pic.twitter.com/Q5cqWUlS3S— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) July 23, 2025
माफिया की मिलीभगत- पटवारी
कांग्रेस का कहना है कि यदि मुख्यमंत्री इस मामले पर चुप्पी साधे रहते हैं, तो यह साफ माना जाएगा कि सत्ता और ड्रग्स माफिया की मिलीभगत है। पटवारी ने दो टूक कहा कि प्रदेश की युवा पीढ़ी को बर्बादी की ओर धकेलने वाली इस साजिश में जो भी शामिल हो… फिर चाहे वह कितना भी बड़ा नेता क्यों न हो, उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए।
