इंदौर | भारतीय जनता पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल (Hemant Khandelwal) सोमवार को पहली बार इंदौर पहुंचे। स्वागत सभा में पार्टी कार्यकर्ताओं का जोश देखते ही बन रहा था, लेकिन मंच पर एक भावुक और असहज कर देने वाला पल उस वक्त आया, जब कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने खंडेलवाल को अपने पैर छूने से मना कर दिया। विजयवर्गीय ने कहा, “आपको गणेश जी की कसम है, अब मेरे पैर नहीं छूना। आप प्रदेश अध्यक्ष हैं, अब हमारे नेता हैं।”
विजयवर्गीय के इस आग्रह पर हेमंत खंडेलवाल मुस्कराए, लेकिन साफ तौर पर मंच पर एक पल के लिए असहजता का माहौल बन गया। उन्होंने हाथ जोड़कर जवाब दिया, लेकिन वहां मौजूद सैकड़ों कार्यकर्ता कुछ क्षण के लिए चुप हो गए। यह घटना खजराना गणेश मंदिर में दर्शन के जिक्र के साथ जुड़ी थी, जहां खंडेलवाल ने विजयवर्गीय के पैर छुए थे।
पिता से संबंध, अब आप हमारे नेता
विजयवर्गीय ने भावुक होकर कहा, “मैं आपके पिताजी का मित्र रहा हूं। जब आप छोटे थे, तब मेरे पैर छूते थे। लेकिन अब आप प्रदेश अध्यक्ष हैं। अब आप हमारे नेता हैं और हम आपके नेतृत्व में काम करेंगे।” उन्होंने यह भी दोहराया कि पार्टी के अनुशासन में पद से बड़ा कोई नहीं होता।
सामाजिक चुनौतियों पर भी साधा निशाना
कार्यकर्ता सम्मेलन में विजयवर्गीय ने पार्टी के सामने मौजूद सामाजिक चुनौतियों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि लव जिहाद एक गंभीर मुद्दा है, जिस पर भाजपा कार्यकर्ताओं को सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने कहा, “यदि हमारे रहते समाज में ऐसी घटनाएं बढ़ती हैं, तो यह हमारे लिए शर्म की बात होगी। हमें ऐसा सबक सिखाना होगा कि कोई दोबारा ऐसा करने की हिम्मत न करे।”
खंडेलवाल बोले- यह पद गर्व नहीं, जिम्मेदारी है
प्रदेश अध्यक्ष खंडेलवाल ने अपने संबोधन में कहा, “यह पद मेरे लिए गर्व नहीं, बल्कि जिम्मेदारी है। भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जहां एक सामान्य कार्यकर्ता भी इतना बड़ा पद पा सकता है।” उन्होंने इंदौर के कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाया कि वे हमेशा जमीन से जुड़े रहेंगे और संगठन को प्राथमिकता देंगे।
खंडेलवाल ने कहा, “मैं प्रचार में नहीं, संगठन को मजबूत करने में विश्वास करता हूं। मैं किसी बड़े शहर से नहीं, बल्कि आदिवासी अंचल से आता हूं। मेरा अनुभव यही कहता है कि कार्यकर्ताओं की मेहनत ही संगठन की असली ताकत है।”
कार्यकर्ताओं से जुड़ाव का संदेश
खंडेलवाल ने इंदौर के कार्यकर्ताओं से कहा, “आपने जो स्वागत किया है, वह मेरे ऊपर एक कर्ज है, जिसे मैं अपनी मेहनत से चुकाऊंगा।” उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाएं और संगठन की रीढ़ यानी बूथ स्तर पर मजबूत पकड़ बनाएं। कार्यक्रम में हजारों कार्यकर्ता मौजूद थे, जिन्होंने नए अध्यक्ष के स्वागत में फूल बरसाए और ढोल-नगाड़ों के साथ शहरभर में रैली निकाली।