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गुना में बाढ़ पीड़ितों के लिए सड़कों पर उतरे जीतू पटवारी, मुआवजे को लेकर सरकार को 8 दिन का अल्टीमेटम

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Published On: 2 August 2025

गुना | मध्य प्रदेश के गुना जिले में हाल ही में आई भीषण बाढ़ से तबाही के बाद हालात अब भी सामान्य नहीं हो सके हैं। पीड़ितों की स्थिति जानने शुक्रवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने गुना के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और सरकार को 8 दिनों का अल्टीमेटम दे डाला। उन्होंने चेताया कि यदि तय समयसीमा में मुआवजा नहीं दिया गया तो “इतिहास का सबसे बड़ा चक्काजाम” होगा।

पटवारी के साथ इस दौरे में राघौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह, बमोरी विधायक इंजीनियर ऋषि अग्रवाल और जिला कांग्रेस अध्यक्ष मेहरबान सिंह धाकड़ भी शामिल रहे। उन्होंने न्यू सिटी कॉलोनी समेत अन्य इलाकों में जाकर पीड़ितों से बातचीत की और ज़मीनी हालात को देखा।

“प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम”

पटवारी ने कहा कि यह सिर्फ कुदरत की मार नहीं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम है। उन्होंने आरोप लगाया कि गोपालपुरा बांध से पानी छोड़ने से पहले कोई चेतावनी नहीं दी गई, जिससे जान-माल का भारी नुकसान हुआ।

उन्होंने स्थानीय प्रशासन के सर्वे कार्य पर भी सवाल उठाए और दावा किया कि कई पीड़ितों को या तो राहत नहीं मिली या खानापूर्ति की गई है। महिलाओं ने बताया कि उन्हें केवल पूड़ी के पैकेट थमाकर भगा दिया गया। एक महिला ने आँसू छलकाते हुए बताया कि उसका ऑटो बह गया, जो उसकी रोज़ी-रोटी का एकमात्र साधन था।

जयवर्धन सिंह ने साधा निशाना

जयवर्धन सिंह ने सरकार पर दोहरा हमला बोला। उन्होंने कहा कि राघौगढ़, बमोरी और गुना इलाके की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं, लेकिन पिछले पाँच साल से किसानों को फसल बीमा का पैसा नहीं मिला। केंद्रीय मंत्री सिंधिया पर भी पटवारी ने तीखा तंज कसा कि जो कभी सड़कों पर उतरने की बात करते थे, वो अब बाढ़ पीड़ितों की आवाज़ सुनने तक नहीं आए। उन्होंने कहा कि यदि इसी तरह जनता की अनदेखी होती रही तो 2029 में जवाब और भी तीखा होगा।

पटवारी ने साफ किया कि यह आंदोलन केवल जनहित के लिए है, न कि राजनीति के लिए। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि यदि आठ दिन के भीतर पीड़ितों को राहत नहीं मिली, तो कलेक्ट्रेट घेराव के साथ-साथ बड़ा जनांदोलन शुरू किया जाएगा।

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