मध्य प्रदेश विधानसभा (MP Winter Session) के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन गुरुवार को सदन में भारी हंगामे के आसार बन गए हैं। प्रश्नोत्तरकाल के बाद ध्यानाकर्षण सूचनाओं के माध्यम से विपक्ष और सत्तापक्ष के विधायक कई अहम मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं। सत्र के शुरू से ही विपक्ष आरोप लगा रहा है कि सरकार बड़ी अनियमितताओं और प्रशासनिक लापरवाहियों पर जवाब देने से बच रही है, इसलिए अंतिम दिन वे पूरी ताकत से मोर्चा खोलेंगे। आज सदन में सबसे बड़ा टकराव सिंगरौली में बड़े पैमाने पर हुई कथित अवैध कटाई को लेकर देखने को मिल सकता है। झाबुआ विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया और कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह इस मामले पर वन मंत्री का ध्यान आकर्षित करेंगे।
कांग्रेस का आरोप है कि सिंगरौली में खनन, सड़क निर्माण और ऊर्जा परियोजनाओं के नाम पर जंगलों को खुलेआम काटा गया। जयवर्धन सिंह ने सदन के बाहर इसे 6 लाख पेड़ों का कत्लेआम बताते हुए कहा कि वन विभाग ने निर्वन क्षेत्र घोषित करने की आड़ में नियमों को धता बताया और स्थानीय अफसरों की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर पेड़ों को खत्म कर दिया गया। सरकार को इस मुद्दे पर विस्तृत और तथ्यात्मक जवाब देने का दबाव रहने वाला है।
तीखी बहस तय
इसी बीच भोपाल के विधायक भगवानदास सबनानी राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (RGPV) से जुड़े गंभीर आरोपों को सदन में उठाएंगे। RGPV पर फंड दुरुपयोग, अवैध नियुक्तियों, निर्माण कार्यों में अनियमितता और रैंकिंग तथा अप्रूवल से जुड़े मामलों में लंबे समय से भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि तकनीकी शिक्षा के सबसे महत्वपूर्ण संस्थान में लगातार गड़बड़ियां उजागर हो रही हैं, लेकिन सरकार जांच को आगे नहीं बढ़ा रही। आज यह मुद्दा सदन के भीतर बड़ा राजनीतिक टकराव पैदा कर सकता है।
उठेंगे कई मामले
सदन की कार्यसूची के अनुसार आज कई अन्य संवेदनशील विषय भी गूंजने वाले हैं। इंदौर के एमवाय अस्पताल में नवजात की चूहों के हमले में मौत, 108 एम्बुलेंस की देरी, निजी स्कूल में छात्रा से अभद्र व्यवहार, विदिशा में अवैध अतिक्रमण, जबलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति की अवैध नियुक्ति और मैहर के बाणसागर डूब क्षेत्र पुनर्वास से जुड़े मुद्दे भी विपक्ष उठाने की तैयारी में है। सत्र के अंतिम दिन इतने बड़े विषयों के एक साथ आने से सदन का माहौल बेहद गर्म रहने की उम्मीद है।
