बुरहानपुर | कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के तहत बुरहानपुर जिले में ग्रामीण जिलाध्यक्ष के चयन को लेकर बीते दो दिनों से रायशुमारी की प्रक्रिया चल रही है। मंगलवार को नेपानगर में केंद्रीय पर्यवेक्षक चेतन चौहान और प्रदेश प्रभारी विजयलक्ष्मी साधौ ने पार्टी कार्यकर्ताओं से वन-टू-वन चर्चा की। इस दौरान संगठन में पारदर्शिता और योग्य व्यक्तियों को अवसर देने पर विशेष जोर दिया गया।
नहीं चलेगी सिफारिश की राजनीति
केंद्रीय पर्यवेक्षक चेतन चौहान ने स्पष्ट किया कि अब संगठन में भाई-भतीजावाद और सिफारिश की राजनीति को जगह नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा, “अब कांग्रेस किसी के बाप की बपौती नहीं है, सही व्यक्ति को मौका मिलेगा।” चौहान के मुताबिक, प्रदेश के अधिकांश जिलों में रायशुमारी की प्रक्रिया पहले ही पूरी हो चुकी है, लेकिन बुरहानपुर में यह प्रक्रिया दोबारा की जा रही है क्योंकि पहले आए पर्यवेक्षक ने बाद में पार्टी छोड़ दी थी।
चौहान ने कहा, “हम ऐसे व्यक्ति द्वारा की गई प्रक्रिया को स्वीकार नहीं कर सकते। राहुल गांधी ने इस पर स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पार्टी अब योग्यता के आधार पर जिम्मेदारियां सौंपेगी।”
जमीनी स्तर पर सक्रिय
उन्होंने कहा कि अब केवल बड़े नेताओं की पसंद से जिलाध्यक्ष नहीं तय होंगे, बल्कि जो जमीनी स्तर पर सक्रिय है और संगठन के लिए निरंतर कार्य कर रहा है, उसी को अवसर मिलेगा। “यह पूरी प्रक्रिया इसलिए जरूरी है ताकि कांग्रेस संगठन ‘तेरा-मेरा’ की सोच से ऊपर उठ सके।” प्रदेश प्रभारी विजयलक्ष्मी साधौ ने कहा, “राजनीति में भी खिलाड़ी भावना जरूरी है। जो यह भावना लेकर आता है, वही संगठन को आगे ले जा सकता है।” उन्होंने कार्यकर्ताओं से संगठन की मजबूती के लिए सामूहिक भावना से आगे आने का आह्वान किया।
इन नेताओं ने जताई दावेदारी
कांग्रेस ग्रामीण जिलाध्यक्ष पद के लिए पूर्व नगर कांग्रेस अध्यक्ष सोहन सैनी, वर्तमान कार्यवाहक अध्यक्ष जगमीतसिंह जॉली, पूर्व विधायक रविंद्र महाजन, हेमंत पाटील, पप्पू पाटील सहित कई नेताओं ने दावेदारी पेश की। इस दौरान नगर अध्यक्ष प्रकाश सिंह बैस, ग्रामीण अध्यक्ष रामकिशन पटेल सहित कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
