धार | मध्य प्रदेश के धार जिला मुख्यालय धार में शनिवार को कृषि से जुड़ी विभिन्न केंद्रीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा को लेकर महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने की। बैठक में किसान कल्याण और कृषि विकास, उद्यानिकी, पशुपालन, आत्मा परियोजना समेत संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिले में लागू सभी केंद्रीय योजनाओं का लाभ जरूरतमंद किसानों तक समयसीमा में पहुंचे। उन्होंने कहा कि लघु, सीमांत और महिला किसानों को प्राथमिकता दी जाए। इसके साथ ही वन पट्टाधारी किसानों को भी योजनाओं में शामिल कर लाभ दिया जाना जरूरी है।
बैठक में कलेक्टर मिश्रा ने जिले में उर्वरकों की स्थिति पर विशेष चिंता जताई। उन्होंने कहा कि वर्तमान में यूरिया और डीएपी की उपलब्धता सीमित है, ऐसे में किसानों को वैकल्पिक उर्वरकों की जानकारी देना जरूरी है।
दिए ये निर्देश
उन्होंने कृषि और सहकारिता विभाग को निर्देश दिए कि किसान संगठनों और कृषकों से संवाद कर नैनो यूरिया और तरल डीएपी जैसे विकल्पों को अपनाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि किसानों को इन आधुनिक उर्वरकों के फायदे और उपयोग की विधि विस्तार से समझाई जाए ताकि उनकी उपज प्रभावित न हो। साथ ही रबी सीजन को ध्यान में रखते हुए उर्वरक आपूर्ति और वितरण की रणनीति पहले से तैयार करने पर बल दिया। कलेक्टर ने यह भी कहा कि किसी भी किसान को उर्वरक की कमी का सामना न करना पड़े, इसके लिए जिला स्तर पर निगरानी और समन्वय की व्यवस्था मजबूत की जाए।
ये लोग रहे मौजूद
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिषेक चौधरी, उप संचालक कृषि ज्ञानसिंह मोहनिया, उद्यानिकी उप संचालक नीरज सांवलिया, पशुपालन उप संचालक सिसोदिया, आत्मा परियोजना के अधिकारी, जिला सहकारी बैंक, अग्रणी बैंक के प्रतिनिधि और प्रगतिशील किसान शामिल हुए।
