MP कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने हाल ही में एक वीडियो पोस्ट की है जिसमें उन्होंने एक भावुक लेकिन ज़बरदस्त संदेश दिया है। उन्होंने ट्वीट किया है कि भारत में खेल और खिलाड़ियों का सम्मान ज़रूर होना चाहिए, लेकिन “आज ज़रूरत है शहीदों और उनके परिवारों के साथ मजबूती से खड़े रहने की”! इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और इसे लेकर चर्चा शुरू है कि ऐसा बयान क्यों दिया गया।
उन्होंने कहा कि खेल में जीत-हार होती है, लेकिन देश की सीमाओं के लिए जान देने वाले शहीदों को कभी भूलना नहीं चाहिए। जब ब्रह्मांड हमें प्रेरणा देता है, तो हमें ये भी याद रखना चाहिए कि देश की रक्षा करने वालों को भी सम्मान मिले। इस बयान में उन्होंने खिलाड़ियों के बलिदान की मिसालें दीं और अपने ट्वीट में लिखा कि लोग खेल की चमक में मग्न न हों, बल्कि उन लोगों की आहट भी सुनें जो देश के लिए सब कुछ देते हैं।
सोशल मीडिया की बहस
इस वीडियो के वायरल होने के बाद प्रतिक्रियाएं भी तीखी आई हैं। कुछ लोगों ने पटवारी की बातों का समर्थन किया, जबकि अन्य ने सवाल उठाया कि क्या यह बयान राजनीति से प्रेरित है। विपक्षी दलों ने आरोप लगाए कि ये बयान चुनावी रणनीति का हिस्सा हो सकता है। पटवारी ने ये भी लिखा कि यह सिर्फ राजनीति नहीं, भावना है।
हम खेल और खिलाड़ियों का सम्मान करते हैं!
लेकिन आज ज़रूरत है शहीदों और उनके परिजनों के साथ मज़बूती से खड़े रहने की! pic.twitter.com/2tF9ljCHNO— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) September 14, 2025
उन्होंने आगे कहा कि शहीदों के परिवारों के साथ सिर्फ बयानों में खड़े रहने से काम नहीं चलेगा, बल्कि सरकारों को उनकी ज़रूरतों जैसे बेरोज़गारी, स्वास्थ्य, शिक्षा और पारिवारिक सुरक्षा पर ठोस कदम उठाने चाहिए।
इशारे और संदेश
वीडियो में यह बात विशेष रूप से ज़ोर से कही गई है कि जो समाज खेल के खिलाड़ियों को बूझता है, उन्हें शहीदों के परिवार के दर्द और ज़िम्मेदारियों को भी समझना चाहिए। पटवारी ने कहा कि मीडिया और जनता को चाहिए कि वे सिर्फ पदक और जीत की चर्चा न करें, बल्कि शहीदों के जीवन, उनके संघर्ष और उनके परिवारों की ज़रूरतों पर भी ध्यान दें।
सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा, “हमारे देश के लिए जान देने वाले वीरों की याद किसी उत्सव से कम नहीं होनी चाहिए। उन्हें सम्मान, उनकी बेटियों को शिक्षा, उनके परिवारों को न्याय मिलना चाहिए। जो लोग केवल नाच, खेल और ग़ज़ब करते हैं, उन्हें यह याद रखना चाहिए कि ये सब उनकी कुर्बानी से संभव है।”
