भोपाल | राजधानी में मानसून अब रफ्तार पकड़ता दिख रहा है। शुक्रवार देर रात से शुरू हुई तेज बारिश का सिलसिला शनिवार सुबह तक जारी रहा। हालांकि दोपहर तक बारिश की रफ्तार थमी जरूर, लेकिन रिमझिम फुहारें अब भी शहर को भिगो रही हैं। इस बारिश ने जहां शहर को ठंडक और राहत दी, वहीं कई इलाकों में जलजमाव ने लोगों की मुश्किलें भी बढ़ा दीं।
हमीदिया रोड पर घुटनों तक पानी
शहर के व्यस्ततम इलाकों में शामिल हमीदिया रोड और अल्पना तिराहा शनिवार सुबह पूरी तरह पानी-पानी नजर आए। भारत टॉकीज से लेकर स्टेशन की ओर जाने वाली सड़क पर एक से डेढ़ फीट तक पानी भर गया। खासतौर पर भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-6 की तरफ जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सड़कों पर गाड़ियां रेंगती रहीं और लोग जूते उतारकर पानी में चलते नजर आए।
बड़ा तालाब थोड़ा भरा
मौसम विभाग के मुताबिक, रात से सुबह तक करीब डेढ़ इंच बारिश दर्ज की गई है। इससे बड़ा तालाब का जलस्तर 0.2 फीट बढ़ा है और अब यह 1660.40 फीट पर पहुंच गया है। हालांकि अभी भी इसे भरने के लिए 6.40 फीट पानी की जरूरत है। राजधानी के तीन अन्य प्रमुख जलस्रोत कोलार, केरवा और कलियासोत डैम अब भी काफी हद तक खाली हैं।
जुलाई में पिछड़ गया मानसून
पिछले साल जुलाई तक ही ये सभी जलाशय लबालब हो चुके थे, लेकिन इस बार मानसून की सुस्त चाल ने जलस्तर को पीछे छोड़ दिया। कोलार डैम, जिससे शहर के 40% क्षेत्र में पानी की आपूर्ति होती है, उसमें अभी केवल 1491.53 फीट पानी है, जबकि उसकी क्षमता 1516.40 फीट है। कलियासोत डैम भी 10 फीट खाली है।
भारी बारिश की संभावना
हालांकि, अब मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में बारिश तेज होगी। अगस्त के पहले सप्ताह तक जलाशयों में पर्याप्त पानी पहुंचने की उम्मीद है। विशेषकर यदि सीहोर में अच्छी बारिश हुई, तो कोलांस नदी उफान पर आएगी और भोपाल के जलस्रोतों को भरने में मदद मिलेगी।