ग्वालियर | शादी का झांसा देकर लंबे समय तक महिला के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में घिरे ग्वालियर के पूर्व तहसीलदार शत्रुघन सिंह चौहान बुधवार को कोर्ट में पेश हुए। दो दिन पहले उन्होंने खुद को जिला कोर्ट में सरेंडर किया था, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें दो दिन की रिमांड पर लिया था।
रिमांड के दौरान पुलिस ने उनसे फरारी के पूरे साढ़े पांच महीने का हिसाब-किताब मांगा। पूछताछ में चौहान ने बताया कि इस दौरान वह प्रयागराज कुंभ में स्नान करने गया, फिर चारधाम यात्रा की। साथ ही, सुप्रीम कोर्ट तक अग्रिम जमानत पाने की कोशिशें करता रहा।
15 जनवरी को दर्ज हुई थी शिकायत
चौहान पर 34 वर्षीय महिला ने 15 जनवरी को महिला थाने में रेप का मामला दर्ज कराया था। महिला का आरोप है कि तहसीलदार ने साल 2008 से 2025 तक उसे पत्नी बनाकर रखा और शारीरिक शोषण करता रहा। जब महिला को पता चला कि चौहान की पहले से तीन पत्नियां हैं, तो विरोध करने पर उनके बीच दूरियां बढ़ीं और आखिरकार शिकायत दर्ज कराई गई।
महिला ने यह भी कहा कि चौहान ने जहां-जहां पोस्टिंग पाई, वहीं उसे साथ रखा और संबंध बनाए। 2010 में रतनगढ़ माता मंदिर में सिंदूर भरकर शादी का नाटक भी किया। 2014 में उसका बेटा हुआ, जो महिला के अनुसार आरोपी का ही बेटा है।
पुलिस ने दी ये जानकारी
पुलिस ने चौहान से पूछताछ के दौरान DNA सैंपल भी लिया है। महिला थाना प्रभारी रश्मि भदौरिया ने कहा कि चूंकि आरोपी पुलिस कस्टडी में था और केस दुष्कर्म से जुड़ा है, इसलिए कोर्ट की अनुमति के बिना भी सैंपल लिया गया। पुलिस का कहना है कि पूछताछ पूरी हो चुकी है और आगे अब रिमांड नहीं ली जाएगी। मामले में आगे DNA रिपोर्ट अहम भूमिका निभा सकती है।