मध्य प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री और भाजपा नेता डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की असली दिक्कत उसके नेता राहुल गांधी हैं, लेकिन पार्टी बार-बार नीचे के स्तर पर बदलाव कर सुधार की उम्मीद कर रही है। मिश्रा ने इसे एक मज़ेदार लेकिन तीखे अंदाज में समझाते हुए कांग्रेस की तुलना जली हुई रोटी बनाने वाले रसोइए से कर डाली।
रसोइए से कांग्रेस की तुलना
सोमवार सुबह जब डॉ. मिश्रा जबलपुर के सर्किट हाउस पहुंचे, तो मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा—“जब इंजन में खराबी होती है, तो सिर्फ डिब्बे बदलने से ट्रेन नहीं चलती। कांग्रेस की हालत भी ऐसी ही है।” उन्होंने आगे एक उदाहरण देते हुए कहा—“मान लीजिए, रोटी बार-बार जल रही है। रसोइए से पूछा गया तो उसने कहा आटा बदल दो, फिर तवा बदल दो, फिर सिलेंडर बदल दो। लेकिन किसी ने ये कहने की हिम्मत नहीं की कि रसोइया ही बदल दो।”
मिश्रा ने साफ कहा कि कांग्रेस में यही स्थिति राहुल गांधी को लेकर है। पार्टी संगठन में कितने भी बदलाव कर ले, जब तक नेतृत्व में बदलाव नहीं होगा, सुधार नामुमकिन है।
“गर्व की बात कहकर गड्ढे में जा रही कांग्रेस”
भाजपा नेता ने आगे कहा कि कांग्रेस के नेता खुद ही कहते हैं कि उन्हें राहुल गांधी पर गर्व है। लेकिन सच्चाई यह है कि उनके नेतृत्व में पार्टी लगातार नीचे जा रही है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि खराबी इंजन में है, और ये लोग सिर्फ डिब्बे बदलने में लगे हुए हैं। मिश्रा का इशारा साफ था कि कांग्रेस बार-बार प्रदेश अध्यक्षों और छोटे पदाधिकारियों को बदल रही है, जबकि असली समस्या शीर्ष नेतृत्व है।
आज जबलपुर में नर्मदेश्वर महादेव शंकराचार्य आश्रम गोपाल उद्यान के पास रामनगर तिलवारा घाट पहुंचकर शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती जी महाराज का आशीर्वाद लिया एवं उन्हें 14 फरवरी 2026 से 20 फरवरी 2026 तक डबरा में नवग्रह पीठ के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में… pic.twitter.com/9Hrm7FkX4b
— NAROTAM MISHRRA (@drnarottammisra) September 8, 2025
शंकराचार्य से मुलाकात
अपने दतिया दौरे के बारे में जानकारी देते हुए नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि वे शंकराचार्य से मिलने आए थे। उन्होंने कहा कि दतिया के नवग्रह पीठ में 14 से 20 फरवरी तक प्राण प्रतिष्ठा का बड़ा कार्यक्रम होने जा रहा है। इसी सिलसिले में उन्होंने शंकराचार्य को सादर आमंत्रित किया है।
भाजपा की रणनीति
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि नरोत्तम मिश्रा का यह बयान न सिर्फ कांग्रेस की आलोचना है, बल्कि भाजपा की उस रणनीति का हिस्सा भी है, जिसमें राहुल गांधी को कांग्रेस की कमजोर कड़ी साबित करने की कोशिश की जाती है। मिश्रा का अंदाज हमेशा चुटीला रहा है, और सोमवार को जबलपुर में भी उन्होंने उसी शैली में कांग्रेस पर तंज कसा।
वहीं, कांग्रेस बार-बार संगठनात्मक बदलावों में लगी है। मिश्रा के अनुसार, जब तक “रसोइया” यानी राहुल गांधी को नहीं बदला जाएगा, कांग्रेस की रोटियां जलती ही रहेंगी। इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर मध्य प्रदेश की राजनीति को गरमा दिया है, जहां चुनावी माहौल से पहले भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने खड़ी नजर आ रही हैं।