श्योपुर | मध्य प्रदेश (MP) से एक और हैरानी भरा मामला सामने आया है. यहां के लोगों ने ‘एमपी अजब हैं- गजब हैं’ की कहावत को फिर से चरितार्थ कर दिखाया है. यहां के लोगों ने एक बार फिर ऐसा कारनामा किया है, जिसे देखकर हर कोई हैरत में पड़ गया. यहां श्योपुर में लोगों ने अपनी जान को दांव पर लगाकर रेलवे ट्रैक पर ही बाइकें दौड़ा दी. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
ट्रैफिक जाम हुआ तो अपनाया वैकल्पिक रास्ता
बता दें कि बीते शुक्रवार को बिजली किल्लत से जूझ रहे आदिवासियों ने बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए श्योपुर- माधोपुर हाइवे पर सलापुरा पुलिया पर रास्ता बाधित कर दिया. ऐसे में ट्रैफिक जाम की वजह से लोगों को आवागमन में परेशानी हुई तो उन्होंने वैकल्पिक रास्ता अपनाया.
सबसे पहले एक व्यक्ति ने नैरोगेज पुल से अपनी मोटरसाइकिल रेलवे ट्रैक के ऊपर से निकाली, जिसके बाद सैकड़ों की संख्या में बाइक सवार इसी रास्ते से गुजरते हुए अपने गंतव्य स्थान की ओर जाने लगें. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस रेलवे ट्रैक के नीचे चंबल नदी हैं. ऐसे में थोड़ी सी भी लापरवाही से लोग मोटरसाइकिल समेत कई फीट नीचे गहराई में मौत के मुंह में समा जाते.
कौन होता लापरवाही का जिम्मेदार?
यदि यहां कोई बड़ी अनहोनी हो जाती तो इसका जिम्मेदार कौन होता. यदि हाइवे जाम हो गया था, तो प्रशासन ने वैकल्पिक रूट्स की व्यवस्था क्यों नहीं की. बता दें कि यह रेलवे ट्रैक श्योपुर से ग्वालियर के बीच चलने वाली सिंधिया रियासतकालीन नैरोगेज ट्रेन का है. हालांकि, इस ट्रैक पर पिछले 7 सालों से ट्रेन का संचालन बंद पड़ा है.