सतना | मध्य प्रदेश के सतना जिले के नागौद में अब बिजली सप्लाई की सुविधा और मज़बूत हो गई है। यहां के 132 केवी सब-स्टेशन को अब दो अलग-अलग जगहों से हाईटेंशन बिजली मिल रही है, जिनमें से एक सतना और दूसरी देवेंद्रनगर है। यानी अब एक लाइन में दिक्कत आई, तो दूसरी चालू रहेगी और लोगों को बिजली की कटौती नहीं झेलनी पड़ेगी।
पहले सिर्फ एक ही लाइन से आती थी बिजली
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया कि पहले नागौद सब-स्टेशन सिर्फ सतना के सिल्परा उपकेंद्र से जुड़ा था। अगर उस लाइन में कोई दिक्कत आती, तो पूरा इलाका अंधेरे में चला जाता था। अब देवेंद्रनगर से भी सीधी लाइन जोड़ दी गई है, जिससे ये दिक्कत खत्म हो जाएगी। आगे उन्होंने बताया कि ये नई व्यवस्था इलाके की बिजली सप्लाई को भरोसेमंद और मजबूत बनाएगी। अब एक लाइन बंद भी हो जाए तो दूसरी से बिजली मिलती रहेगी।”
441 लाख रुपये में तैयार हुई नई लाइन
मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी (MP Transco) ने इस काम पर करीब 4.41 करोड़ रुपये खर्च किए। देवेंद्रनगर से 132 केवी की नई लाइन बिछाकर नागौद तक लाई गई है।
इन इलाकों को होगा सीधा फायदा
MP Transco के चीफ़ इंजीनियर राजेश द्विवेदी ने बताया कि नागौद-देवेंद्रनगर और नागौद-सतना के बीच जो दो लाइनें हैं, उन्हें अब ‘लाइन इन–लाइन आउट’ (LILO) सिस्टम से जोड़ा गया है। इसकी वजह से अब देवेंद्रनगर, वसुधा, रहिकवाड़ा, नागौद, सिंहपुर, जसो, कटन और सलेहा के 42 हजार से ज़्यादा लोग सीधे फायदे में रहेंगे।
इस मामले को लेकर मुख्य अभियंता राजेश द्विवेदी ने कहा कि अब अगर किसी एक लाइन में फॉल्ट हो भी गया, तो बिजली सप्लाई बंद नहीं होगी। इससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
