भोपाल | मध्यप्रदेश (MP) से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (BTR) में एक खास प्रजाति की बिल्ली देखी गई है। सीवेट कैट नाम की प्रजाति की बिल्ली धमोखर और मगधी के जंगलों में नजर आई है। BTR के डिप्टी डायरेक्टर बीके वर्मा ने बताया कि सीवेट कैट न तो दुर्लभ और ना ही विलुप्त प्रजातियों में शामिल हैं, लेकिन इसे देखना आसान नहीं होता है।
पेड़ों पर बिताती हैं ज्यादा समय
पीके वर्मा ने बताया कि सीवेट कैट (बिल्ली) निशाचर प्राणी है और अपना ज्यादातर समय यह पेड़ों पर ही बिताती हैं। यह बिल्ली पेड़ों पर ही बच्चों को जन्म देती है। रात के समय सक्रिय रहने वाली इस बिल्ली की सबसे खास बात यह है कि इसके मल से दुनिया की सबसे महंगी कॉफी तैयार की जाती है।
सीवेट कैट का महत्वपूर्ण योगदान
उन्होंने बताया कि जंगल के पारिस्थितिक तंत्र में सीवेट कैट का महत्वपूर्ण योगदान है। यह बिल्ली कीड़े-मकोड़े खाकर जंगल को नुकसान से बचाने में अहम भूमिका अदा करती है। पीके वर्मा ने बताया कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व न केवल बाघों के लिए बल्कि अन्य वन्य जीवों के लिए भी एक सुरक्षित आवास है।
30 सितंबर तक बांधवगढ़ के कोर जोन बंद
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर जोन को 1 जुलाई से 30 सिंतबर तक के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया जाता है। इसको बंद करने के पीछे भी कई वजहें है। पहली और मुख्य वजह है कि बरसात के मौसम में सड़कें खराब हो जाती हैं। हर दिन बारिश होती है तो ऐसे समय में रास्तों में पानी भरने से कार से सफारी करना मुश्किल हो जाता है।
बांधवगढ टाइगर रिजर्व में भले ही कोर जोन बंद कर दिया गया है, लेकिन यहां आने वाले पर्यटकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि पर्यटक अभी भी बाघ के दीदार बड़ी आसानी से कर सकते हैं। बफर जोन में सफारी जारी रहेगी।