इस वर्ष दशहरा के अवसर पर उज्जैन के दशहरा मैदान में रावण दहन का आयोजन खास होने जा रहा है। 101 फीट ऊंचे रावण का स्वरूप आतंकवादी की तरह तैयार किया गया है। इसके हाथ में बड़ी AK-47 गन दिखाई देगी और वध के समय रावण पर ब्रह्मोस मिसाइल का प्रयोग होगा। आयोजन में पहलगाम हमला और ऑपरेशन सिंदूर जैसी झलकियां भी दिखाई जाएंगी।
रावण का निर्माण
आयोजन समिति के प्रमुख शिवा खत्री ने बताया कि रावण की इस खास शैली को इस साल के लिए तैयार किया गया है ताकि वर्तमान घटनाओं और आतंकवाद की सच्चाई दर्शाई जा सके। रावण का निर्माण उज्जैन के कलाकार रामलखन और उनकी आठ सदस्य टीम ने मिलकर करीब 20 दिन में पूरा किया। रतलाम का रावण भी इसी टीम द्वारा उज्जैन में तैयार किया गया है।
आतिशबाजी का आकर्षण
आतिशबाजी के प्रमुख कलाकार देवास के रशीद खान, ग्वालियर के सीताराम और अन्य विशेषज्ञ इस कार्यक्रम में आतिशबाजी करेंगे। मुख्य आयोजन शाम 7 बजे शुरू होगा। संभागायुक्त आशीष सिंह, जिलाधीश रोशन कुमार सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा द्वारा भव्य आतिशबाजी का शुभारंभ किया जाएगा।
शिप्रा नदी पर विशेष आयोजन
शिप्रा नदी के किनारे कार्तिक मेला प्रांगण में भी 101 फीट ऊंचे रावण का दहन होगा। स्व. प्रेमनारायण यादव और स्व. राम भैया यादव की स्मृति में आयोजित इस महोत्सव के सचिव चेतन प्रेमनारायण यादव ने बताया कि रावण को रणभूमि की वेशभूषा में सजाया गया है। दहन के दौरान गोल्डन और सिल्वर झरने के साथ विशेष आतिशबाजी का प्रदर्शन होगा। ग्वालियर और शिवपुरी के आतिशबाज इस प्रदर्शन में भाग लेंगे।
दशहरा महोत्सव की तैयारी
दशहरा मैदान पर रावण दहन देखने हजारों लोग पहुंचने की उम्मीद है। रावण के आतंकवादी रूप और ब्रह्मोस मिसाइल के साथ होने वाला दहन इस कार्यक्रम को इस साल का सबसे बड़ा आकर्षण बनाएगा। आयोजन समिति ने सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन की पूरी तैयारी कर ली है। इस तरह उज्जैन का दशहरा महोत्सव इस बार मनोरंजन के साथ-साथ जागरूकता का संदेश भी देगा। बच्चों और बड़ों के लिए यह एक यादगार अनुभव साबित होगा।