उज्जैनवासियों का वर्षों पुराना इंतजार बुधवार को पूरा हो गया। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शहर को पहला एफएम रेडियो स्टेशन समर्पित किया। कार्यक्रम में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन भी मौजूद रहे। दोनों नेताओं ने आकाशवाणी केंद्र के शुभारंभ के साथ 179 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। उज्जैन का नया आकाशवाणी केंद्र 102.5 मेगाहर्ट्ज पर प्रसारण करेगा। शुभारंभ के बाद मुख्यमंत्री ने सीधे रेडियो स्टेशन से श्रोताओं को संबोधित किया।
उन्होंने प्रसारण की शुरुआत जय महाकाल के उद्घोष से की और कहा कि आजादी के बाद से उज्जैन में आकाशवाणी केंद्र की मांग चली आ रही थी। उन्होंने कहा कि यह केंद्र शहर की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को और मजबूत करेगा। मुख्यमंत्री ने इसके लिए प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन के सहयोग को महत्वपूर्ण बताया।
केंद्रीय मंत्री ने भी दिया संदेश
समारोह में केंद्रीय मंत्री मुरुगन ने भी श्रोताओं को संबोधित करते हुए उज्जैन को आकाशवाणी केंद्र की सौगात मिलने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि यह स्टेशन न सिर्फ शहर की आवाज बनेगा, बल्कि यहां के प्रतिभाशाली युवाओं और कलाकारों को पहचान भी दिलाएगा। उन्होंने मंच से जय महाकाल के नारे लगाए और इसे ऐतिहासिक दिन बताया। नए एफएम स्टेशन के लिए उज्जैन के लगभग 70 युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया है। इन्हें उद्घोषक, महिला सभा, मालवी कार्यक्रम, ग्राम सभा और युववाणी सहित विभिन्न प्रोग्रामों में शामिल किया जाएगा। इससे स्थानीय कलाकारों और युवाओं के लिए रोजगार और मंच दोनों तैयार होंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन की गरिमामयी उपस्थिति में उज्जैन में नवनिर्मित आकाशवाणी केंद्र का उद्घाटन करने के साथ ₹179 करोड़ की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण व भूमिपूजन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा बाबा महाकाल… pic.twitter.com/fIulkfj2wc
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) November 26, 2025
सुबह से रात तक चलेगा प्रसारण
आकाशवाणी उज्जैन का एफएम प्रसारण रोज सुबह 5.55 बजे से रात 11.10 बजे तक चलेगा। तकनीकी टीम के अनुसार इसका कवरेज एरिया 20 से 30 किलोमीटर के दायरे तक रहेगा। इसके माध्यम से सिंहस्थ महोत्सव से जुड़ी जानकारी, सरकारी योजनाएं और स्थानीय मुद्दों पर आधारित कार्यक्रम लगातार प्रसारित होंगे। आकाशवाणी केंद्र के शुरू होने से उज्जैन की सांस्कृतिक धरोहर, मालवी बोली, लोकगीत और धार्मिक गतिविधियों को नई आवाज मिलेगी। प्रशासन का मानना है कि यह स्टेशन शहर को पर्यटन और सूचना प्रसार दोनों में नया बढ़ावा देगा। एफएम प्रसारण की शुरुआत के साथ उज्जैन एक बार फिर अपनी परंपरा और आधुनिक तकनीक के मेल का संदेश देशभर तक पहुंचाने की तैयारी में है।
