नई दिल्ली | अमरनाथ यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों के काफिले में शामिल 3 बसें जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आपस में टकरा गईं, जिससे 10 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए। यह हादसा कुलगाम जिले के खुदवानी क्षेत्र के टाचलू क्रॉसिंग के पास हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बालटाल की ओर तीव्र गति से बढ़ रहा तीर्थयात्रियों का काफिला जैसे ही टाचलू पहुंचा, एक बस ने अचानक ब्रेक लगा दिया, जिससे पीछे से आ रही दो अन्य बसें उससे टकरा गईं। कुछ रिपोर्टों में यह भी बताया गया है कि यह टक्कर ओवरटेक करने की कोशिश के दौरान हुई। घायलों को तत्काल स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। गनीमत रही कि इस दुर्घटना में कोई जानहानि नहीं हुई, पर कई श्रद्धालु आंशिक रूप से घायल हुए हैं। स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया।
आज जम्मू-कश्मीर के कुलगाम ज़िले में अमरनाथ यात्रा के दौरान एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें तीर्थयात्रियों के काफिले में शामिल 3 बसों की आपस में टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में 10 अमरनाथ यात्री घायल हो गए हैं। हादसे के तुरंत बाद घायलों को नज़दीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उनका इलाज जारी है।
घायलों की हालत स्थिर
कुलगाम में हुए सड़क हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन ने सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा। अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि प्राथमिक उपचार के उपरांत सभी घायल तीर्थयात्रियों को गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अनंतनाग रेफर कर दिया गया है। डॉक्टर ने कहा, “घायलों को सामान्य चोटें आई हैं और सभी की हालत स्थिर है। उन्हें आगे की चिकित्सकीय निगरानी के लिए जीएमसी भेजा गया है।”
घटना के बाद संबंधित अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है और काफिले की आवाजाही को थोड़े समय के लिए नियंत्रित किया गया।
अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से हुई शुरू
अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू हो चुकी है और अब तक 1.63 लाख श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं। आंकड़ा यह दर्शाता है कि श्रद्धालुओं में इस यात्रा को लेकर गहरी आस्था और उत्साह है। शनिवार को जम्मू से 6,639 तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था कश्मीर के लिए रवाना हुआ। पहलगाम मार्ग का उपयोग करने वाले लोग चंदनवाड़ी, शेषनाग और पंचतरणी से होकर गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं और 46 किलोमीटर की पैदल दूरी तय करते हैं। तीर्थयात्रियों को गुफा मंदिर तक पहुंचने में चार दिन लगते हैं।
38 दिनों तक चलेगी यात्रा
इस वर्ष अमरनाथ यात्रा की शुरुआत 3 जुलाई को हुई है और यह 38 दिनों तक चलने के बाद 9 अगस्त को समाप्त होगी, जो श्रावण पूर्णिमा और रक्षा बंधन का पर्व भी है। बालटाल मार्ग से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को 14 किलोमीटर की पैदल दूरी तय करनी होती है। यह यात्रा सुबह शुरू होती है और उसी दिन श्रद्धालु को आधार शिविर लौटना अनिवार्य होता है।
सुरक्षा कारणों के चलते इस बार यात्रियों के लिए कोई हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध नहीं कराई गई है। अमरनाथ यात्रा को शुरू हुए अब तक लगभग 10 दिन हो चुके हैं, और इस दौरान अब तक 1.83 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पवित्र हिम शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं।