केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत की खबर है। करीब तीन महीने बाद आज से धाम के लिए हेलीकॉप्टर सेवा दोबारा शुरू हो रही है। इस सुविधा से यात्रियों को पहले की तुलना में यात्रा करना आसान होगा और समय की भी बचत होगी। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण ने इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। हालांकि यह सेवा पूरी तरह मौसम पर निर्भर रहेगी। यदि आसमान साफ न हो या बादलों की स्थिति अनुकूल न रहे, तो उड़ानें रद्द भी की जा सकती हैं।
केदारनाथ धाम की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत की खबर है। करीब तीन महीनों से बंद रही हेली सेवा आज से फिर से शुरू हो रही है। इस सेवा के शुरू होने से यात्रियों को अब यात्रा में पहले की तुलना में अधिक सुविधा और आसानी मिलेगी।
फिर शुरू हुई हेलिकॉप्टर सेवाएं
बारिश और खराब मौसम के चलते पिछले कुछ दिनों से हेलिकॉप्टर सेवाएं बंद थीं, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। अब मौसम में सुधार होने पर प्रशासन ने उड़ानों को अनुमति दे दी है। हालांकि, सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हर उड़ान से पहले मौसम की स्थिति की समीक्षा की जाएगी। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगर मौसम अनुकूल नहीं रहा तो हेलिकॉप्टर सेवाएं रोक दी जाएंगी।
प्रशासन ने दी सलाह
केदारनाथ धाम जाने वाले यात्रियों के लिए प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हेलिकॉप्टर उड़ानों का संचालन पूरी तरह मौसम पर निर्भर रहेगा। इसलिए श्रद्धालुओं को सलाह दी गई है कि यात्रा पर निकलने से पहले मौसम की जानकारी अवश्य लें और किसी भी अंतिम समय में होने वाले बदलाव के लिए तैयार रहें।
अक्षय तृतीया पर खुलते हैं कपाट
केदारनाथ धाम की यात्रा हर साल ग्रीष्म ऋतु में कपाट खुलने के साथ शुरू होती है। परंपरा के अनुसार, अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर भगवान केदारनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोले जाते हैं। इसी दिन से आधिकारिक रूप से यात्रा का शुभारंभ होता है और देश-विदेश से लाखों भक्त भगवान शिव के दर्शन के लिए यहाँ पहुँचते हैं।
शीतकाल में भारी बर्फबारी और मौसम की कठिनाइयों के कारण मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और भगवान की पूजा-अर्चना ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में की जाती है। इस तरह हर वर्ष कपाट खुलने के साथ केदारनाथ यात्रा शुरू होती है और दीपावली या कार्तिक पूर्णिमा तक चलती है।