विश्व | भारत और नेपाल ने कोशी प्रांत में नयी दिल्ली की वित्तीय सहायता से बने दो पुलों का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास के अनुसार, भारत ने नेपाल को अनुदान सहायता के तहत 10 पूर्वनिर्मित इस्पात पुल उपलब्ध कराने का वादा किया है। यह कदम सितंबर 2024 की बाढ़ के बाद संपर्क व्यवस्था को मजबूत करने और बारिश से प्रभावित महत्वपूर्ण सड़क अवसंरचना के पुनर्निर्माण के उद्देश्य से उठाया गया है।
भारत और नेपाल ने कोशी प्रांत में दो नए पुलों का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। ये पुल नई दिल्ली की वित्तीय सहायता से निर्मित किए गए हैं, जिनका उद्देश्य दोनों देशों के बीच संपर्क और यातायात को मजबूत करना है।
बने 2 नए पुल
नेपाल में भारत के राजदूत नवीन श्रीवास्तव और नेपाल के भौतिक अवसंरचना एवं परिवहन मंत्री देवेंद्र दहल ने कोशी प्रांत में दो नए मॉड्यूलर पुलों का उद्घाटन किया। पुवा खोला नदी पर 48.8 मीटर और हेवा खोला नदी पर 70 मीटर लंबे ये पुल इस प्रकार के सबसे लंबे पुल हैं, जो प्रांत के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों को जोड़ते हैं। यह पहल नेपाल में संपर्क सुविधाओं को बेहतर बनाने के प्रयास का हिस्सा है, और देश के अन्य हिस्सों में तीन पुल पहले ही बनाए जा चुके हैं।
दो नए मॉड्यूलर पुल
भारत और नेपाल ने कोशी प्रांत में दो नए मॉड्यूलर पुलों का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। इन पुलों का निर्माण नई दिल्ली की वित्तीय सहायता से किया गया है और इसका उद्देश्य बारिश और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित सड़क अवसंरचना को मजबूत करना और स्थानीय संपर्क को बेहतर बनाना है। उद्घाटन समारोह में भारत के राजदूत और नेपाल के भौतिक अवसंरचना एवं परिवहन मंत्री ने भाग लिया। पुलों में से एक पुवा खोला नदी पर 48.8 मीटर लंबा है और दूसरा हेवा खोला नदी पर 70 मीटर लंबा है।
भारत ने उठाया था कदम
संपर्क व्यवस्था और सड़क अवसंरचना को पुनर्जीवित करने के लिए नेपाल में सितंबर 2024 की बाढ़ के बाद भारत ने वित्तीय सहायता के तहत महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस पहल का उद्देश्य बाढ़ और बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में सड़क नेटवर्क को मजबूत करना और संपर्क सुविधाओं को सुधारना है।