कई हफ्तों के इंतजार के बाद आज माता वैष्णो देवी यात्रा एक बार फिर से शुरू हो गई है। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित इस पवित्र तीर्थस्थान का मार्ग भारी भूस्खलन के कारण करीब 22 दिनों तक बंद रहा था। अब यात्रा मार्ग को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। नवरात्रि से ठीक पहले आए इस फैसले ने देश-विदेश के लाखों भक्तों के बीच खुशी और उत्साह का माहौल बना दिया है।
कई सप्ताह के इंतजार के बाद माता वैष्णो देवी यात्रा एक बार फिर से शुरू हो गई है। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित इस पवित्र तीर्थस्थल का रास्ता भारी भूस्खलन के कारण लगभग 22 दिनों तक बंद रहा था, लेकिन अब श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है।
यात्रा फिर से शुरू
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने बुधवार, 17 सितंबर 2025 से तीर्थयात्रा मार्ग को दोबारा खोलने की घोषणा की है। लंबे इंतजार के बाद माता वैष्णो देवी यात्रा फिर से शुरू होने पर श्रद्धालुओं में जोश और उत्साह का माहौल है। नवरात्रि के शुभ अवसर पर माता के दर्शन के लिए देश-विदेश से भक्त कटरा पहुंच रहे हैं। यह यात्रा केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं है, बल्कि श्रद्धालुओं के जीवन में सुख-शांति और मनोबल भी बढ़ाती है। रजिस्ट्रेशन काउंटरों पर भक्तों की लंबी कतारें लगीं। बोर्ड ने अपील की है कि यात्रा से जुड़ी सही जानकारी और अपडेट्स केवल आधिकारिक चैनलों से ही प्राप्त करें।
#WATCH | Katra, J&K | Pilgrims reach Katra as Shri Mata Vaishno Devi Yatra resumes after 22 days of suspension.
The Yatra was suspended due to adverse weather and safety concerns. pic.twitter.com/FelAhMTdVO
— ANI (@ANI) September 17, 2025
श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल
कई सप्ताह के इंतजार के बाद माता वैष्णो देवी यात्रा फिर से शुरू हो गई है। यात्रा मार्ग खुलते ही श्रद्धालुओं में जोश और उत्साह का माहौल बन गया है। नवरात्रि के शुभ अवसर पर माता के दर्शन का सौभाग्य पाने के लिए देश-विदेश से भक्त कटरा पहुंच रहे हैं। यह यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि श्रद्धालुओं के जीवन में सुख-शांति और मनोबल भी बढ़ाती है।
इलाके में हुई थी तबाही
अगस्त के अंत में अर्धकुंवारी इलाके में हुए भीषण भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई थी। इस हादसे में 34 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग को तत्काल बंद कर दिया गया। तब से संबंधित विभाग लगातार मार्ग की मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्य में जुटे रहे, ताकि इसे जल्द से जल्द फिर से सुरक्षित बनाया जा सके।