चंडीगढ़ में टीबी जैसी गंभीर बीमारी से निपटना अब और आसान होने वाला है। इसके लिए प्रशासन ने राष्ट्रीय टीबी खात्मा कार्यक्रम के तहत टीबी मोबाइल केयर कंपेनियन सर्विस नामक नई डिजिटल सेवा शुरू की है। यह ऐप योसैद इनोवेशन फाउंडेशन के सहयोग से लॉन्च किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत जीएमएसएच-16 में हुई, जहां मुख्य सचिव और स्वास्थ्य सचिव ने इस पहल को हरी झंडी दिखाई। स्वास्थ्य निदेशक डॉ. सुमन सिंह और राज्य टीबी अधिकारी डॉ. नवनीत के अनुसार यह प्लेटफॉर्म पूरी तरह मरीज-अनुकूल और निःशुल्क है। इसके जरिए टीबी मरीजों को व्हाट्सएप और फोन कॉल (IVRS) के माध्यम से लगातार सहायता और जानकारी मिलती रहेगी।
चंडीगढ़ प्रशासन के स्वास्थ्य विभाग ने राष्ट्रीय टीबी खात्मा कार्यक्रम के तहत टीबी मरीजों के लिए नई डिजिटल सेवा टीबी मोबाइल केयर कंपेनियन शुरू की है। इसे योसैद इनोवेशन फाउंडेशन के सहयोग से लॉन्च किया गया।
मिलेगी नई डिजिटल मदद
चंडीगढ़ प्रशासन ने टीबी मरीजों के लिए एक नई डिजिटल सेवा टीबी मोबाइल केयर कंपेनियन शुरू की है, जो समय पर इलाज की याद दिलाने, पोषण और स्वास्थ्य सुझाव देने, सरकारी योजनाओं की जानकारी पहुंचाने और विशेषज्ञों से सवाल-जवाब की सुविधा प्रदान करेगी। इस ऐप में दो डिजिटल पात्र, विजया (टीबी योद्धा) और उसका साथी विक्रम, मरीजों को मार्गदर्शन और प्रेरणा देंगे, जिससे उन्हें यह विश्वास होगा कि वे अकेले नहीं हैं।
टीबी मरीजों को राहत
डॉक्टरों का कहना है कि टीबी का इलाज लंबा होता है और कई बार मरीज बीच में ही इलाज छोड़ देते हैं, जिससे बीमारी लौट सकती है। इस डिजिटल सेवा से मरीजों और उनके परिवार को लगातार सही जानकारी और प्रोत्साहन मिलेगा, अस्पताल बार-बार जाने की आवश्यकता कम होगी और सरकारी सहायता योजनाओं की जानकारी भी समय पर मोबाइल पर उपलब्ध होगी।
भारत की ओर बड़ा कदम
चंडीगढ़ प्रशासन ने टीबी मुक्त भारत के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए एक नई डिजिटल पहल शुरू की है, जो मरीजों और उनके परिवारों को सशक्त बनाने के साथ-साथ समाज को भी टीबी के खिलाफ एकजुट करेगी। यह सेवा परिवार-केंद्रित देखभाल, नियमित फॉलो-अप और इलाज के पालन को बढ़ावा देगी, जिससे 2025 तक राष्ट्रीय टीबी मुक्त भारत के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी। प्रशासन का कहना है कि यह पहल पूरे देश के लिए एक आदर्श मॉडल बन सकती है।
