विदेश | भारत की सबसे पुरानी टेक कंपनी Microsoft ने पाकिस्तान को बहुत बड़ा झटका दिया है, कंपनी ने लगभग 25 वर्षों पुराने व्यवसाय को बंद करने का फैसला लिया है। बिल गेट्स द्वारा स्थापित इस कंपनी ने 7 मार्च 2000 को पाकिस्तान में अपने ऑपरेशंस की शुरुआत की थी , लेकिन अब 3 जुलाई 2025 को इसे पूरी तरह बंद कर दिया गया है। Microsoft पाकिस्तान के प्रमुख जावेद रहमान ने इस फैसले को “एक युग का अंत” बताया है। लंबे समय तक कंपनी ने पाकिस्तान के डिजिटल विकास और आर्थिक सुधारों में अहम भूमिका निभाई है।
शिक्षा के क्षेत्र में Microsoft
पाकिस्तान में Microsoft के काम शिक्षा के क्षेत्र में कंपनी ने उच्च शिक्षा आयोग (HEC) और पंजाब ग्रुप ऑफ कॉलेज (PGC) जैसे संस्थानों के साथ पार्टनरशिप की है ताकि Microsoft Teams जैसे प्लेटफॉर्म्स के जरिए डिजिटल स्किल्स की ट्रेनिंग और रिमोट लर्निंग की सुविधा मुहैया कराई जा सके। सरकारी क्षेत्र में माइक्रोसॉफ्ट ने 200 से अधिक हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशंस को टेक्नॉलाजी सॉल्यूशंस उपलब्ध कराया है। इसके अलावा, ट्रेनिंग सेंटर बनाने और ऑनलाइन कोर्स ऑफर करने जैसे पहलों में भी माइक्रोसॉफ्ट शामिल रहा है।
पाकिस्तान में अहम भूमिका
Microsoft ने पाकिस्तान में पिछले दो दशकों के दौरान शिक्षा और सरकारी क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। Microsoft ने HEC (Higher Education Commission) और Punjab Group of Colleges (PGC) जैसे प्रमुख संस्थानों के साथ भागीदारी की। Microsoft Teams और अन्य प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से रिमोट लर्निंग, ऑनलाइन ट्रेनिंग और डिजिटल स्किल्स विकास की सुविधा उपलब्ध कराई। कंपनी ने ट्रेनिंग सेंटर्स की स्थापना और ऑनलाइन कोर्सेस ऑफर करने जैसी पहलें शुरू की, जिससे हजारों छात्रों को लाभ हुआ। Microsoft ने पाकिस्तान के 200 से अधिक उच्च शिक्षा संस्थानों को टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस प्रदान किए।
भारत-पाक व्यापार में आई गिरावट
भारत-पाक व्यापार तनाव भी Microsoft के इस फैसले में एक अहम कारण रहा। 2018 में जहां दोनों देशों के बीच करीब 3 बिलियन डॉलर का व्यापार होता था, वहीं 2025 तक यह आंकड़ा घटकर सिर्फ 1.2 बिलियन डॉलर रह गया। हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के रिश्तों में और खटास आ गई है, जिससे पाकिस्तान में विदेशी निवेश का माहौल और बिगड़ गया है।
25 साल का सफर समाप्त
यह केवल एक व्यावसायिक निर्णय नहीं, बल्कि एक युग का अंत है। इतने वर्षों में Microsoft ने पाकिस्तान में शिक्षा, सरकारी क्षेत्र और डिजिटल स्किल्स के क्षेत्र में काम किया।