भारत में डिजिटल सुरक्षा को और मजबूत बनाने की दिशा में UIDAI ने एक बड़ा कदम उठाया है। अब आधार नंबर और उससे जुड़े eKYC डेटा की सुरक्षा के लिए Aadhaar Data Vault (ADV) की शुरुआत की गई है। यह एक आधुनिक डिजिटल स्टोरेज सिस्टम है, जो विशेष एन्क्रिप्शन तकनीक के माध्यम से नागरिकों की संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रखेगा। इसके जरिए डेटा चोरी, साइबर अटैक और गलत इस्तेमाल की संभावनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकेगा। UIDAI की यह पहल देश में डिजिटल पहचान प्रणाली को और अधिक सुरक्षित और भरोसेमंद बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
भारत में डिजिटल सुरक्षा को और मजबूत बनाने की दिशा में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब आधार नंबर और उससे जुड़े eKYC डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए UIDAI ने Aadhaar Data Vault (ADV) लॉन्च किया है। यह एक आधुनिक डिजिटल स्टोरेज सिस्टम है, जो विशेष एन्क्रिप्शन तकनीक के माध्यम से नागरिकों की संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रखेगा।
Aadhaar Data Vault
UIDAI ने डेटा सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए Aadhaar Data Vault (ADV) नामक नई प्रणाली लॉन्च की है। इस आधुनिक तकनीक में सभी आधार नंबरों को टोकनाइजेशन प्रक्रिया के जरिए एन्क्रिप्टेड फॉर्म में सुरक्षित रखा जाएगा, जिससे असली नंबर के लीक होने की संभावना खत्म हो जाएगी। केवल अधिकृत एजेंसियों को ही सीमित रूप से इस डेटा तक पहुंच की अनुमति होगी। साथ ही, रियल-टाइम मॉनिटरिंग और ऑडिट ट्रेल्स के माध्यम से डेटा की सुरक्षा को और सुदृढ़ बनाया गया है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करना और डिजिटल धोखाधड़ी को रोकना है।
Aadhaar KYC में डेटा रहेगा सुरक्षित
UIDAI ने नागरिकों के भरोसे को और मजबूत करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। अब Aadhaar KYC या ऑथेंटिकेशन के दौरान उपयोगकर्ताओं का डेटा पूरी तरह एन्क्रिप्टेड रहेगा, जिससे किसी भी तरह की जानकारी लीक होने का खतरा नहीं रहेगा। इस पहल से यूजर्स को यह भरोसा मिलेगा कि उनका संवेदनशील डेटा पूरी तरह सुरक्षित है और उनकी प्राइवेसी का हर स्तर पर ध्यान रखा जा रहा है।
डिजिटल भारत के लिए बड़ा कदम
भारत के डिजिटल भविष्य को और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। UIDAI द्वारा शुरू किया गया Aadhaar Data Vault (ADV) अब डिजिटल भारत मिशन को नई मजबूती देगा। यह प्रणाली न केवल साइबर खतरों से सुरक्षा प्रदान करेगी, बल्कि देश की पहचान सुरक्षा प्रणाली को भी अधिक विश्वसनीय और सुरक्षित बनाएगी। ADV की मदद से निवेश, बैंकिंग, सरकारी योजनाओं और अन्य डिजिटल सेवाओं में नागरिकों की Aadhaar से जुड़ी जानकारी एन्क्रिप्टेड रूप में सुरक्षित रहेगी। इससे लोगों को डिजिटल लेनदेन और ऑनलाइन सेवाओं के इस्तेमाल में अधिक भरोसा और सुरक्षा का अनुभव होगा।
