केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज कहा कि राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को दिशा देने के साथ-साथ स्वतंत्रता के बाद देश को एकजुट रखने में भी अहम भूमिका निभाई। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित ‘वंदे मातरम्’ के 150वें वर्ष समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के जो सपने थे, वे पिछले 11 वर्षों में सामूहिक प्रयासों से साकार हुए हैं। अमित शाह ने बताया कि यह गीत बंगाली उपन्यासकार बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने अक्षय नवमी के दिन, 7 नवंबर 1875 को लिखा था।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को दिशा दी और आज़ादी के बाद देश को एकजुट रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित ‘वंदे मातरम्’ के 150वें वर्ष समारोह को संबोधित करते हुए कह रहे थे। शाह ने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ केवल एक गीत नहीं, बल्कि यह राष्ट्रभक्ति, त्याग और एकता का प्रतीक है।
‘वंदे मातरम्’ केवल शब्दों का संग्रह नहीं, भारत की आत्मा का स्वर है। अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध ‘वंदे मातरम्’ ने देश को संगठित करके आजादी की चेतना को बल दिया। साथ ही, क्रांतिकारियों के मन में मातृभूमि के प्रति अटूट समर्पण, गर्व और बलिदान की भावना जगाई।
‘वंदे मातरम्’ देशवासियों के…
— Amit Shah (@AmitShah) November 7, 2025
वंदे मातरम् ने दी स्वतंत्रता आंदोलन को दिशा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज ही के दिन बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने ‘वंदे मातरम्’ गीत को सार्वजनिक किया था, जिसने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को नई दिशा दी और स्वतंत्रता के बाद भारत को एक सूत्र में बांधे रखने का कार्य किया। उन्होंने बताया कि यह गीत पहली बार ‘बंगदर्शन’ नामक साहित्यिक पत्रिका में चट्टोपाध्याय के उपन्यास ‘आनंदमठ’ के हिस्से के रूप में प्रकाशित हुआ था। शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद पर बल दिया है और ‘वंदे मातरम्’ उसी राष्ट्रवाद की प्रेरक शक्ति रहा है।
देशभर में गूंजेगा ‘वंदे मातरम्’ अभियान
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि ‘‘वंदे मातरम् 150’’ नाम से एक विशेष सोशल मीडिया अभियान शुरू किया जाएगा, जिसके माध्यम से देशवासी इस गीत को अपनी-अपनी भाषाओं में लिखकर राष्ट्रीय एकता को और मजबूत करेंगे। उन्होंने कहा कि आज से पूरे वर्षभर देश के विभिन्न स्थानों पर क्रमबद्ध रूप से ‘वंदे मातरम्’ गाने का अभियान भी चलाया जाएगा। इस अवसर पर शाह ने गीत के रचयिता बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय को नमन करते हुए कहा कि 15 अगस्त 1947 को सरदार वल्लभभाई पटेल के अनुरोध पर पंडित ओंकारनाथ ठाकुर ने पूरा ‘वंदे मातरम्’ गीत गाया था, जबकि 24 जनवरी 1950 को डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने इसे राष्ट्रगीत के रूप में स्वीकार किया था।
अमित शाह ने पढ़ा ‘स्वदेशी संकल्प पत्र’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित ‘वंदे मातरम्@150’ कार्यक्रम के दौरान ‘स्वदेशी संकल्प पत्र’ का वाचन किया और ‘स्वदेशी’ का संकल्प लिया। इस संकल्प पत्र में विदेशी वस्तुओं की जगह भारतीय उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने, स्थानीय उद्योगों के विकास, जनजागरूकता फैलाने, भारतीय पर्यटन स्थलों को प्राथमिकता देने, भारतीय भाषाओं के प्रयोग को प्रोत्साहित करने और युवाओं व बच्चों में स्वदेशी की भावना विकसित करने पर विशेष बल दिया गया।
