भारी बारिश के चलते रुकी वैष्णो देवी यात्रा, मार्ग पर भूस्खलन होने से हुआ खतरा; प्रशासन ने दिए सतर्क रहने के निर्देश

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Published On: 8 September 2025

जम्मू-कश्मीर में हो रही लगातार भारी बारिश के चलते कटरा से माता वैष्णो देवी भवन की ओर जाने वाले रास्तों पर जगह-जगह भूस्खलन हुआ है। यात्रा मार्ग पर मलबा जमा होने से रास्ते असुरक्षित हो गए हैं, जिसके चलते श्रद्धालुओं की यात्रा को प्रशासन ने रोक दिया है। अधिकारियों का कहना है कि यह फैसला सुरक्षा की दृष्टि से लिया गया है ताकि किसी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।

जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हो रही लगातार भारी बारिश के कारण कटरा से माता वैष्णो देवी भवन की ओर जाने वाले रास्तों पर कई जगह भूस्खलन हुआ है। इस वजह से यात्रा मार्ग पर भारी मात्रा में मलबा जमा हो गया है, जिससे यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए यात्रा को रोक दिया गया है।

भारी बारिश के चलते लगी रोक

जम्मू-कश्मीर में हो रही भारी बारिश के कारण माता वैष्णो देवी यात्रा को श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मौसम में सुधार और मार्ग की पूरी तरह सफाई के बाद ही यात्रा दोबारा शुरू की जाएगी। इस बीच बारिश से क्षतिग्रस्त रास्तों की मरम्मत और मलबा हटाने का कार्य लगातार जारी है। स्थिति पर पूरी तरह नजर रखने और राहत कार्यों को तेजी से पूरा करने के लिए एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमें तैनात की गई हैं।

प्रशासन ने दिए सतर्क रहने के निर्देश

जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने माता वैष्णो देवी यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और केवल आधिकारिक निर्देशों का पालन करें। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की संभावना जताई है, इसलिए यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। साथ ही, श्रद्धालुओं को जानकारी के लिए केवल वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की वेबसाइट या प्रशासनिक अधिकारियों से ही संपर्क करने की हिदायत दी गई है।

पूरे साल चलती है माता वैष्णो देवी यात्रा

जम्मू-कश्मीर में माता वैष्णो देवी की यात्रा हर साल बड़ी श्रद्धा और आस्था के साथ शुरू की जाती है। यह यात्रा परंपरागत रूप से चैत्र और शारदीय नवरात्रों के समय सबसे अधिक होती है, जब देश और विदेश से लाखों श्रद्धालु कटरा पहुंचकर भवन तक की चढ़ाई पूरी करते हैं। आधिकारिक रूप से वैष्णो देवी यात्रा की शुरुआत वर्ष 1986 में माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के गठन के बाद सुव्यवस्थित ढंग से कराई गई थी। इसके बाद से यह यात्रा लगातार पूरे साल चलती है, हालांकि नवरात्रों के समय भक्तों की भीड़ विशेष रूप से बढ़ जाती है। यात्रा को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए प्रशासन समय-समय पर मार्ग की मरम्मत, सुरक्षा प्रबंध और सुविधाओं को बेहतर करता रहता है।

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