देश | बारिश और प्राकृतिक आपदाओं के कारण वैष्णो देवी तीर्थयात्रा लगातार प्रभावित हो रही है। रविवार को लगातार छठे दिन भी यात्रा स्थगित रखी गई, जिससे हज़ारों श्रद्धालुओं को मायूस होकर लौटना पड़ा। बीते मंगलवार को भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं ने हालात और गंभीर बना दिए थे। इस दुर्घटना में 34 लोगों की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से यात्रा को रोक दिया है और हालात सामान्य होने के बाद ही इसे दोबारा शुरू करने का निर्णय लिया जाएगा।
भारी बारिश और प्राकृतिक आपदाओं के कारण वैष्णो देवी तीर्थयात्रा पर लगातार असर पड़ रहा है। हालात इतने गंभीर हैं कि रविवार को लगातार छठे दिन भी यात्रा स्थगित रखी गई, जिससे हज़ारों श्रद्धालुओं को निराश होकर वापस लौटना पड़ा।
All bookings cancelled with 100% refund till yatra is suspended. Send cancellation requests with details to refund@maavaishnodevi.net
Earlier self-cancellations will get pending refund within 15 days.
For queries, contact SMVDSB Call Centre @ 18001807212/ +91 9906019494.— Shri Mata Vaishno Devi Shrine Board (@OfficialSMVDSB) August 31, 2025
मिलेगा पूरा रिफंड
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) ने तीर्थयात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। बोर्ड ने यात्रा से जुड़ी सभी सेवाएं — जैसे हेलीकॉप्टर (कटरा से भवन), रोपवे (भवन से भैरों घाटी), होटल और अन्य बुकिंग को रद्द कर दिया था । इसके साथ ही यात्रियों को आश्वासन दिया गया है कि उन्हें 100% रिफंड मिलेगा। बोर्ड ने यह जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की और बताया कि जिन यात्रियों ने पहले से बुकिंग की थी, वे अपना रिफंड अनुरोध ईमेल refund@maavaishnodevi.net पर भेज सकते हैं। रिफंड की प्रक्रिया 15 दिनों के भीतर पूरी कर दी जाएगी।
बादल फटने से आई थी तबाही
इस सप्ताह की शुरुआत में मंगलवार दोपहर अर्धकुंवारी क्षेत्र के इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास भारी भूस्खलन और बादल फटने की घटना हुई। दोपहर 3 बजे के बाद लगातार तेज बारिश के बीच हुए इस हादसे में 50 से अधिक लोग इसकी चपेट में आ गए। दुखद रूप से 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस प्राकृतिक आपदा ने इलाके में अफरा-तफरी और दहशत का माहौल पैदा कर दिया।
यात्रा हुई थी स्थगित
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सफाई देते हुए कहा कि भारी बारिश और बादल फटने की घटना से पहले ही वैष्णो देवी तीर्थयात्रा को स्थगित कर दिया गया था। जब यह सवाल उठाया गया कि मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद यात्रा क्यों नहीं रोकी गई, तो उपराज्यपाल ने स्पष्ट किया कि प्रशासन ने पहले ही यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठा लिया था।