नई दिल्ली | भारत में मुहर्रम 6 जुलाई या 7 जुलाई को मनाया जाएगा, जो चांद दिखने पर निर्भर करेगा। फिलहाल, 6 जुलाई को आधिकारिक तिथि के रूप में चिह्नित किया गया है। अगर समय पर चांद नहीं दिखा तो, इसे 7 जुलाई तक बढ़ाया जा सकता है। मुहर्रम, इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना, इस्लामी नए साल की शुरुआत का प्रतीक है। यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है, खासकर शिया मुसलमानों के लिए।
स्कूल और सरकारी कार्यालय बंद?
इस दिन पूरे भारत में स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालय, डाकघर और कई निजी कार्यालय बंद रहेंगे। यह सार्वजनिक अवकाश देश के अधिकांश क्षेत्रों में लागू होता है और इसे राष्ट्रीय महत्व के दिन के रूप में मान्यता प्राप्त है। मुहर्रम के दिन बैंक और वित्तीय संस्थान भी बंद रहेंगे, जिससे सार्वजनिक बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होंगी। नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे जरूरी लेन-देन समय से पहले ही निपटा लें।
शेयर बाजार और कमोडिटी एक्सचेंज बंद
मुहर्रम के दिन नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) दोनों ही बंद रहेंगे। इस निलंबन से इक्विटी, इक्विटी डेरिवेटिव्स, एसएलबी (सिक्योरिटीज लेंडिंग एंड बॉरोइंग), करेंसी डेरिवेटिव्स और ब्याज दर डेरिवेटिव्स समेत सभी सेगमेंट प्रभावित होंगे।
मुहर्रम के दिन सुबह के सत्र में मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) बंद रहेगा। हालांकि, शाम के सत्र में शाम 5:00 बजे से 11:30/11:55 बजे तक कारोबार फिर से शुरू होगा।
इस्लाम में मुहर्रम का महत्व
मुहर्रम इस्लामी कैलेंडर के चार पवित्र महीनों में से एक है। 10वाँ दिन, जिसे आशूरा के नाम से जाना जाता है, शिया मुसलमानों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो 680 ई. में कर्बला की लड़ाई में पैगंबर मुहम्मद के पोते इमाम हुसैन इब्न अली की शहादत का शोक मनाते हैं।