विश्व | अफगानिस्तान में हाल ही में आए 6.0 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। जलालाबाद समेत कई इलाकों में हालात बेहद खराब हो गए हैं। अब तक इस आपदा में करीब 1,100 लोगों की मौत हो चुकी है और 3,500 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं, लेकिन मलबे में दबे लोगों को निकालने का काम अभी भी चल रहा है, जिससे मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। इस आपदा को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक व्यक्त किया है, और अफगानिस्तान को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया।
अफगानिस्तान में बीते दिनों आए 6.0 तीव्रता के भीषण भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। जलालाबाद सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है, जहां हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। अब तक इस आपदा में 1,100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 3,500 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
भूकंप से मची तबाही
अफगानिस्तान में आए भीषण भूकंप ने जान-माल का भारी नुकसान पहुंचाया है। इस भूकंप से घरों, सड़कों और अन्य ढांचों को बुरी तरह क्षति हुई है। कई गांव पूरी तरह तबाह हो गए हैं, जिसके चलते हजारों लोग बेघर हो गए हैं। भूकंप के बाद आए लगातार आफ्टरशॉक्स ने लोगों के बीच भय का माहौल बना दिया है।
Deeply saddened by the loss of lives due to the earthquake in Afghanistan. Our thoughts and prayers are with the bereaved families in this difficult hour, and we wish a speedy recovery to the injured. India stands ready to provide all possible humanitarian aid and relief to those…
— Narendra Modi (@narendramodi) September 1, 2025
राहत और बचाव कार्य जारी है तथा मलबे में दबे लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही है। घायलों को नजदीकी अस्पतालों और चिकित्सा केंद्रों में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस कारण मृतकों की संख्या में और वृद्धि की आशंका जताई जा रही है।
PM मोदी ने जताया शोक
अफगानिस्तान में आए भूकंप के बाद भारत ने मानवीय सहायता के लिए तुरंत कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आपदा पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए अफगानिस्तान को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। इसी क्रम में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अफगान विदेश मंत्री से बातचीत की और राहत कार्यों पर चर्चा की। भारत ने त्वरित सहायता के तहत 1,000 परिवारों के लिए टेंट और 15 टन खाद्य सामग्री अफगानिस्तान भेजी है।
भारतीय मिशन ने काबुल से कुनार तक राहत सामग्री पहुंचाने का काम संभाला है। जयशंकर ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत भविष्य में भी अफगानिस्तान को और राहत सामग्री भेजता रहेगा।