सतना जिले में अपराध लगातार बढ़ते जा रहे हैं और हालात ऐसे हो गए हैं कि अब पत्रकार भी सुरक्षित नहीं रह गए हैं। अभी हाल ही में 17 साल के युवक की गोली मारकर हत्या की गूंज थमी भी नहीं थी कि अब स्वतंत्रमत अखबार के पत्रकार हामिद खान पर हमला कर दिया गया। इस घटना ने पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
लगातार हो रही ऐसी घटनाएं
पिछले कुछ महीनों में सतना जिले में हत्या, लूट और बलात्कार जैसी वारदातें एक के बाद एक सामने आई हैं। लेकिन पुलिस अपराधियों पर लगाम लगाने में नाकाम दिखाई दे रही है। आम आदमी पार्टी सतना के जिलाध्यक्ष डॉ. अमित सिंह ने पत्रकार पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए भाजपा सरकार और पुलिस प्रशासन पर सीधा हमला बोला।
डॉ. सिंह ने कहा कि जो पत्रकार सच लिखते हैं, उन्हें लगातार निशाना बनाया जा रहा है। यह साफ दिखाता है कि अपराधियों के हौसले किस कदर बुलंद हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है और पुलिस उन्हीं के दबाव में काम कर रही है।
पुलिस नहीं है गंभीर
आप जिलाध्यक्ष ने यह भी कहा कि पत्रकार हामिद खान पर हमले के कई घंटे बाद तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई। इससे यह साफ होता है कि पुलिस प्रशासन पत्रकारों और आम जनता की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर अपराधियों को संरक्षण कौन दे रहा है और पुलिस हाथ पर हाथ धरे क्यों बैठी रहती है?
आम आदमी पार्टी ने मांग की है कि इस हमले में शामिल सभी आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए। साथ ही लापरवाह पुलिस अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। डॉ. अमित ने कहा कि भाजपा सरकार यदि पत्रकारों और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकती, तो सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रखती।
