MP में मौसम एक बार फिर करवट ले चुका है। बीती रात प्रदेश के अधिकांश इलाकों में कड़ाके की ठंड महसूस की गई। 14 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे रिकॉर्ड किया गया। छतरपुर के नौगांव में पारा सिर्फ 6.1 डिग्री पर पहुंच गया, जबकि प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी में भी 6.4 डिग्री तापमान दर्ज हुआ। राजधानी भोपाल में पिछले दो दिनों से ठंडी हवाओं का प्रकोप जारी है। शनिवार को भी शीतलहर चली और पारा नीचे लुढ़क गया। दिन का तापमान बढ़कर करीब 25.5 डिग्री रहा, लेकिन सुबह और रात की ठंड लोगों को परेशान कर रही है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले कुछ दिन तक ऐसा ही मौसम बने रहने वाला है।
ठंड की चपेट में ये जिले
शुक्रवार-शनिवार की रात कई शहरों का तापमान सामान्य से काफी कम रहा। भोपाल 8.6 डिग्री, इंदौर 10.4 डिग्री, ग्वालियर 10.5 डिग्री और जबलपुर 10.2 डिग्री पर दर्ज हुआ।
उधर नौगांव और पचमढ़ी के अलावा कल्याणपुर में 7.1 डिग्री, उमरिया-अमरकंटक में 7.6 डिग्री, रीवा में 7.8 डिग्री, राजगढ़-खजुराहो में 9 डिग्री, बैतूल में 9.7 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया।
एमपी पर भी असर
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत में एक सक्रिय वेस्टर्न डिस्टरबेंस असर दिखा रहा है। कई राज्यों में बर्फबारी होने के बाद अब वहां से आने वाली ठंडी हवाएं मध्य प्रदेश को भी प्रभावित करेंगी। आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट संभव है। इसी दौरान प्रदेश के कई शहरों में घना कोहरा भी छा रहा है। भोपाल में देर रात से ही धुंध नजर आने लगी, जबकि सुबह विज़िबिलिटी 1 से 1.5 किलोमीटर के बीच रही।
तोड़े पुराने रिकॉर्ड
इस बार नवंबर में ठंड ने पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। भोपाल में 6 नवंबर से लगातार 15 दिन शीतलहर चली, जो 1931 के बाद सबसे ज्यादा है। राजधानी का न्यूनतम तापमान एक बार 5.2 डिग्री तक गिर गया था। इंदौर में भी नवंबर की ठंड पिछले 25 सालों में सबसे ज्यादा दर्ज हुई। 22 नवंबर के बाद कुछ राहत मिली थी, लेकिन अब फिर से तापमान में गिरावट शुरू हो चुकी है। पिछले दो दिनों से भोपाल सहित कई शहरों में शीतलहर चल रही है। मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि अगले दो दिन वातावरण इसी तरह ठंडा रहेगा।
दिसंबर का पहला सप्ताह शुरू होते ही प्रदेश में एक बार फिर कड़ाके की ठंड का दौर लौटेगा, जो जनवरी तक जारी रह सकता है।
