भोपाल | मध्य प्रदेश बीजेपी को नया प्रदेशाध्यक्ष मिल गया है। बैतूल विधायक हेमंत विजय खंडेलवाल को पार्टी ने निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया है। हालांकि, औपचारिक ऐलान होना बाकी है, लेकिन नामांकन प्रक्रिया ने सब कुछ साफ कर दिया।
नामांकन के दौरान दिलचस्प नज़ारा देखने को मिला। प्रदेश संगठन मंत्री हितानंद शर्मा ने सीएम डॉ. मोहन यादव को इशारा किया, और वो तुरंत खंडेलवाल के पास पहुंचे। पहली पंक्ति में बैठे खंडेलवाल को सीएम ने पीठ थपथपाई और मंच तक साथ ले गए। यही नहीं, सीएम खुद उनके प्रस्तावक भी बने।
ये लोग रहे मौजूद
खंडेलवाल ने अपना नामांकन धर्मेंद्र प्रधान, सरोज पांडे और विवेक शेजवलकर की मौजूदगी में दाखिल किया। मौके पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पर्यवेक्षक सरोज पांडे और चुनाव अधिकारी भी मौजूद रहे।
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— BJP Madhya Pradesh (@BJP4MP) July 1, 2025
कौन हैं हेमंत खंडेलवाल?
हेमंत खंडेलवाल पूर्व सांसद Late Vijay Kumar Khandelwal के बेटे हैं और बैतूल से विधायक हैं। अब वे मध्य क्षेत्र से बीजेपी की कमान संभालने वाले दूसरे नेता बन गए हैं। उनसे पहले शिवराज सिंह चौहान ने 2005 में प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए ही सीएम की कुर्सी संभाली थी।
बीजेपी की क्षेत्रीय राजनीति का संतुलन
- मध्य प्रदेश बीजेपी में क्षेत्रीय संतुलन का पूरा ध्यान रखा गया है। बता दें कि इससे पहले मालवा-निमाड़ से 8 बार प्रदेशाध्यक्ष चुने जा चुके हैं। सुंदरलाल पटवा से लेकर नंदकुमार सिंह चौहान तक कई दिग्गजों ने यहां से नेतृत्व किया।
- ग्वालियर-चंबल से 4 बार संगठन की कमान मिली। नरेंद्र सिंह तोमर और वीडी शर्मा जैसे नाम शामिल हैं।
- महाकौशल से शिवप्रसाद चनपुरिया और राकेश सिंह 2 बार अध्यक्ष चुने गए।
- अब मध्य क्षेत्र को दूसरी बार नेतृत्व मिला है और वो भी हेमंत खंडेलवाल के रूप में।
छत्तीसगढ़ से भी आए थे नेता
अविभाजित मध्य प्रदेश के दौरान छत्तीसगढ़ से भी दो नेता लखीराम अग्रवाल (1990-94) और नंदकुमार साय (1997-2000) प्रदेशाध्यक्ष बन चुके हैं।
अब देखना यह होगा कि संगठन की कमान मिलने के बाद हेमंत खंडेलवाल चुनावी साल में पार्टी को किस दिशा में ले जाते हैं। क्या 2029 की तैयारी की कमान भी उन्हीं के हाथों में होगी?
